गर्मियों का मौसम एक ऐसा मौसम होता है, जब सभी का दिल कोई भी ठंडी चीज़  पीने का करता है। बाहर गर्मी में हमारे शरीर में डीहाइड्रेशन होने लगता है, जिसकी वज़ह कम पानी पीना हो सकता है। इसलिए यह जानना बेहद ज़रूरी है कि हमारे शरीर को कब और कितने समय में हाईड्रेट करना ज़रूरी है। कई ऐसे विकल्प हैं, जिनकी मदद से आप यह कार्य कर सकते हैं। यह स्वस्थ होने के अलावा औषधीय गुण से भरे हैं। कोई भी परिवर्तित ड्रिंक पीने की जगह अगर आप इन पेय को तैयार करें, तो बाहर की गर्मी से छुटकारा पा सकते हैं। बाज़ार में मिलने वाली ड्रिंक्स में भारी मात्रा में चीनी और कैलोरी होती है और पोषक तत्व कम होते हैं।


गर्मियों में जब भी आप घर से बाहर जाते हैं, तो खाने पीने के लिए हमेशा स्वस्थ विकल्प ही खोज़ने का प्रयास करें। थोड़ी-थोड़ी देर में पानी पीते रहे, बैग में फल और पानी युक्त सब्जियों को रखें जैसे खीरा, नींबू और खट्टे फल आदि। गर्मियों के मौसम में दही भी काफी अच्छा विकल्प है। यह सभी चीज़ें आपके शरीर को ठंडा रख पाचन क्रिया में काफी मददगार साबित होंगी। तो चलिए आपको बताते हैं कुछ ऐसी ही हेल्दी ड्रिंक्स, जो आपकी प्यास को बुझाते हुए शरीर के लिए स्वस्थ रहेंगी। गर्मी और तनाव से राहत देने वाले 6 ठंडे पेय:


1. नींबू पानी या शिकंजी: 

गर्मियों में राहत पाने का सबसे आसान तरीका है नींबू पानी या शिकंजी। यह विटामिन सी का एक अच्छा स्त्रोत है।


2. छाछ:

घर में अगर दही या छाछ हो तो उसे पानी में डालकर थोड़ा पतला करें और इसे आप अपने अनुसार स्वाद दे सकते हैं। आप चाहें तो इसमें शक्कर गुड़ या इलाइची डालकर लस्सी बना सकते है या फिर भुना जीरा काली मिर्च व काला नमक डालकर पी सकते हैं। यह पेट को ठंडक देगा।


3. लस्सी:  

मीठी लस्सी दहीं से बना मलाईदार, मीठा और ठंडा पेय है जो उत्तर भारत में बहुत ही लोकप्रिय है। लस्सी के मुख्य दो प्रकार होते हैं – मीठी और नमकीन लेकिन आजकल, विविध प्रकार की लस्सी जैसे स्ट्रॉबेरी लस्सी, रोज़ लस्सी, मेंगो लस्सी, सादी लस्सी उप्लब्ध हैं। मीठी लस्सी बनाने के लिए पहले, ताज़ी दहीं को मुलायम होने तक फेंटा जाता हैं और बाद में चीनी डाली जाती हैं और अच्छी खूश्बु के लिए इलायची डाली जाती हैं। आखिर में, पसंद अनुसार गाढी या पतली लस्सी बनाने के लिए थोडा सा पानी या दूध डाला जाता हैं। 


4. कैरी पना / आम पना:

खट्टा मीठा या नमकीन कैरी पना गर्मियों में आपको लू से बचाने में मदद करेगा। इसमें भुना जीरा और शक्कर डालकर, थोड़ी काली मिर्च व काला नमक डालकर तड़का भी लगाया जा सकता है।


5. जलजीरा:

जलजीरा बनाने के लिए, आप एक ब्लेंडर में पुदीने की पत्तियां, धनिया, नींबू का रस, चीनी, अदरक, जीरा, अमचूर पाउडर, काला नमक, नमक और थोड़ा-सा पानी मिलाकर ब्लेंड करें फिर मिश्रण को एक छलनी का उपयोग करके छान लें। इसके बाद मिश्रण में थोड़ा और ठंडा पानी और बर्फ के टुकड़े और थोड़ा-सा भुना जीरा डालें। आप चाहें तो बाद में इसेको बूंदी से सजा सकते हैं। 


6. जौ या चने का सत्तु:

सत्तु न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। चीनी या गुड़ को 1 कप सत्तू में 2 कप पानी डालकर घोलकर बनाएं। आप चाहें तो इसमें 1 चम्मच नींबू का रस, स्वादानुसार काला नमक, भुना जीरा, बारीक कटी हुई हरी मिर्च, बारीक कटे हुए पुदीने के पत् तथा थोड़े से धनिया पत्ते मिलाकर भी बना सकते हैं।

जौ या चने के सत्तु के फायदे:

  • पोषण से भरपूर: सत्तु में प्रोटीन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट्स, और विभिन्न विटामिन्स एवं मिनरल्स होते हैं जो शरीर के लिए आवश्यक होते हैं।
  • ऊर्जा बढ़ाने वाला: सत्तु एक नेचुरल एनर्जी ड्रिंक है जो थकान को दूर करता है और तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है।
  • पाचन में सहायक: इसमें फाइबर की अच्छी मात्रा होती है जो पाचन तंत्र को सुधारता है और कब्ज की समस्या को दूर करता है।
  • वजन नियंत्रित करने में सहायक: सत्तु के नियमित सेवन से भूख कम लगती है और वजन नियंत्रित रहता है क्योंकि यह पाचन को धीमा करता है और लंबे समय तक पेट भरे होने का अहसास कराता है।
  • गर्मी में राहत: जौ का सत्तु शरीर को ठंडा रखता है और गर्मी में लू से बचाव करता है।
  • हृदय स्वास्थ्य: इसमें मौजूद फाइबर और कम कोलेस्ट्रॉल स्तर हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं।
  • डायबिटीज के लिए लाभकारी: जौ के सत्तु का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे यह डायबिटीज के मरीजों के लिए भी अच्छा होता है।