क्या है एलर्जी:

एलर्जी हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति की बाहरी तत्वों के प्रति अस्वाभाविक प्रतिक्रिया का नाम है।

एलर्जी पैदा करने वाले तत्वों को एलर्जेन कहा जाता है, जैसे धूल, कण, घाँस, पराग (पोलिन), कीट, भोज्य पदार्थ, या वातावरण में मौजूद कुछ प्राकृतिक तत्व, आदि। 

यह एलर्जेन या एलर्जी पैदा करने वाले तत्व वास्तव में कोई हानिकारक कीटाणु या विषाणु नहीं होते क्योंकि यह सबको नुक्सान नहीं पहुँचाते। एक ही घर में, एक ही प्रकार के वातावरण से एक व्यक्ति को एलर्जी होती है तो दूसरे को नहीं।

एलर्जी के कारण:

पूरे विश्व में यह रोग तेज़ी से फैल रहा है। और आजकल बच्चों और युवाओं में भी बहुत देखने को मिल रहा है।

1. धूल/पराग कण/ घांस (Dust/Pollen/Grass allergy) - 

यह एलर्जेन सबसे ज्यादा लोगों को परेशान करते हैं। धूल से एलर्जी होना आमतौर पर देखा गया है। कई लोगों को घांस में चलने मात्र से परेशानी हो जाती है। तथा कई लोगों को मौसमी एलर्जी होती है क्योंकि इस मौसम में किसी खास तरीके के पौधों के फूल खिलते हैं और उसके पराग के कण हवा में अधिक पाए जाते हैं। इससे अत्यधिक छींके आना, जुखाम, खाँसी, आँखों में जलन एवं पानी आना आदि हो सकता है।

2. भोजन (Food allergy) - 

कुछ लोगों को खाने की चीजों जैसे गेंहूँ (ग्लूटन), दूध या दूध से बनी वस्तुयें, मूंगफली, बादाम, टमाटर, मश्रूम, मछली, अंडा, प्रौनस् या बाजार में मिलने वाला कोई केमिकल युक्त भोजन (चॉकलेट, आइसक्रीम, चिप्स), आदि से एलर्जी होती है। इससे जी मचलाना, उल्टी या बुखार, शरीर में खुजली या दाने निकलना आदि समस्याऐं हो सकती हैं। 

3. खुशबू (Fragrance allergy) - 

कुछ लोगों को कुछ खास किस्म के फूलों की खुशबू से एलर्जी होती है और छींके आना शुरू हो जाता है। जी मचलाना, उल्टी, नाक में परेशानी, सिरदर्द आदि समस्याऐं भी हो हैं।

4. कीट (Insect allergy) - 

घर में छोटे-छोटे कीड़े के काटने पर त्वचा एकदम लाल होकर फूल जाती है, उल्टी या बुखार भी आ सकता है। 

5. जानवर (pet allergy) - 

घर में किसी पालतू जानवर के बाल, रूसी, मुँह की लार से भी कुछ लोगों को गंभीर परेशानी हो सकती है।

6. (Cosmetic allergy) - 

सुंदर दिखने के लिए प्रयोग में आने वाली चीज़ों (cosmetics) के प्रयोग से भी कुछ लोगों को एलर्जी हो सकती है। जैसे पाउडर, साबुन, शैम्पु, परफ्यूम, क्रीम, काजल, सिंदूर, आदि। 

7. (Drug allergy) - 

किसी दवा के प्रति अत्यधिक संवेदनशील होना जैसे पेनिसिलिन, पैरासीटामोल, आदि


निश्चित ही होमियोपैथी एलर्जी के लिए एक बेहतर विकल्प साबित हो सकती है। इसके लिए ज़रूरी है कि आप धैर्य रखें और अपने चिकित्सक के परामर्श का पूर्ण रूप से पालन करें। हमसे ओनलाइन परामर्श के लिए नीचे दिए गए नंबर पर संपर्क करें।


नोट:  इस लेख में दी गयी जानकारी के परिणामस्वरूप हुए किसी भी नुकसान या जोखिम, के लिए लेखक जिम्मेदार नहीं है। यह जानकारी किसी पेशेवर चिकित्सिए परामर्श, निदान अथवा उपचार का विकल्प नहीं है।